आईजीआरएमएस में चल रहे कार्यक्रम
On going events of IGRMS
जायका -मध्य प्रदेश के भील जनजाति का पारंपरिक भोजन
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय भोपाल द्वारा संग्रहालय भ्रमण पर आने वाले दर्शकों की मांग पर भील जनजाति के पारंपरिक भोजन कार्यक्रम जयका की शुरूआत की गयी है | इस भोजन को भोपाल शहर के भोजन प्रेमी लोगों ने काफी पसंद किया है | इस संबंध में निदेशक प्रोफ़ेसर अमिताभ पांडे ने बताया कि पिछले दो दशकों में विश्व के तमाम बड़े वैज्ञानिकों ने अपने शोध से ये साबित भी किया है कि आदिवासियों के प्राकृतिक आहार को यदि आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोग अपना लें, तो पोषक तत्वों की कमी से होने वाले अनेक रोगों की छुट्टी हो सकती है। मक्के की रोटी का सेवन करने से हमारे शरीर को फाइबर प्राप्त होता है, जो कि आपको पाचन संबंधी समस्याओं से राहत पाने में मदद करता है। यह शरीर में कॉलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। साथ ही फाइबर युक्त आहार आपके पेट को लंबे समय तक भरा रखने में मदद करता है |
इस तारतम्य में संग्रहालय की केंटिन में दिनांक 25 नवम्बर 2023 से प्रत्येक शनिवार एवं रविवार को दोपहर 1.00 बजे से 4.00 बजे के मध्य स्वाद प्रेमियों के लिए मध्य प्रदेश के भील जनजाति का पारंपरिक भोजन मक्का की रोटी, बैगन का भुर्ता, धनिया, लेहसुन की चटनी,गुड आदि पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने का सुअवसर प्रदान कर रहे है। इस संबंध मे अधिक जानकारी के लिए मो. नं. 9479438303 पर संपर्क किया जा सकता है।
“Jayaka ” Traditional food of Bhil tribe of Madhya Pradesh
On the demand of visitors visiting the museum,Indira Gandhi Rashtriya Manav Sangrahalaya Bhopal has started Jayka, a traditional food program of the Bhil tribe. This food is very much liked by the food lovers of Bhopal city. In this regard, Prof Amithabh pandey Director said that in the last two decades, many big scientists of the world have also proved through their research that if people adopt the natural diet of the tribals, then many diseases caused by the deficiency of nutrients can be discharged. By consuming maize roti, our body gets fibres, which helps you to get relief from digestive problems. It also helps in controlling the cholesterol level in the body. Also, a diet rich in fibres helps to keep your stomach full for a long time.
In this regard, in the canteen of the museum from 25th November 2023. every Saturday and Sunday between1.00 pm to 4.00 pm, the museum canteen Offering an opportunity to taste the traditional food of Bhil tribe of Madhya Pradesh, like Makke ki Roti, Brinjal Bhurta, Coriander, Lehsun ki Chutney, Jaggery etc. For more information in this regard, you can contact the mobile number 9479438303.
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